कोल्ड ड्रिंक के क्या नुकसान हैं

कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान

लगभग 21 करोड़ प्रतिवर्ष भारत से बाहर चला जाता है क्योंकि हम इनके जहरीले सॉफ्ट ड्रिंक पीते हैं।

इन सॉफ्ट ड्रिंक(Cold Drink) बनाने वाली दो विदेशी कंपनियों ने भारतीय बाजार में कैम्पा कोला, गोल्ड स्पॉट, पारले, थम्सअप, लिमका, फ्रूटी आदि सभी भारतीय कंपनियों का अधिग्रहण करके मोनोपॉली बिजनेस पॉलिसी लागू करके 100% भारतीय बाजार पर अधिकार कर लिया है।

शून्य तकनीकी उत्पाद होने के कारण भारत को कोई नई तकनीकी नहीं मिली

कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान जाने

 

  • पीने योग्य साफ शुद्ध पानी की बरबादी (1:10) इस बरबादी के कारण भारत में पानी की कमी होती जा रही है।
  • अत्यधिक टॉक्सिक और नॉन रिसाईकल प्लास्टिक बोतलें पर्यावरण को नुकसान पहुँचाती हैं। अमेरिका में ये बोतलें रिसाइकिल या दुबारा उपयोग करने के लिए प्रतिबंधित हैं।
  • अब तो ये विदेशी कम्पनियाँ भारत सरकार के साथ एक एग्रीमेंट करके अमेरिका से हर साल 10 मिलियन टन कैमिकल वेस्ट भारत में लाकर डंप करेंगे। जिसकी शुरुवात 2005 में हो चुकी है और पहला डंप मद्रास में और दूसरा केरला के वाइपिन नामक द्वीप समूह में की गई है।
रिफाइंड तेल से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (7)

सॉफ्ट ड्रिंक (Cold Drink)क्यों नहीं पीना चाहिए।

स्वास्थ्य पर प्रभाव:-1

  • प्रजनन संबंधी विकार पैदा करता है जैसे महिलाओं में गर्भपात, पुरुषों में नपुंसकता।
  • तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को नुक्सान पहुंचता है।
  • कई तरह के कैंसर का खतरा।
  • अत्यधिक कैफीन कटेंट के कारण कई तरह के खतरनाक रोग पैदा करता है।
  • पेस्टीसाइड जैसे DDT, मैलाथियान, लिन्डेन, क्लोरोपायरीफौस की अधिक मात्रा शरीर की कई कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाती है।
रिफाइंड तेल से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (8)

शीतल पेय / कोल्ड ड्रिंक क्यों नहीं पीना चाहिए।

स्वास्थ्य पर प्रभाव:-2

  • कार्डियोवैस्कुलर डिजीज नामक बीमारी पैदा करता है (हृदय और रक्त वाहिकाओं से सम्बंधित रोग)।
  • टाइप -२ डाइबिटीज पैदा करता है।
  • शरीर में किडनी स्टोन बनाता है।
  • खून में इन्सुलिन के प्रवाह में बाधा डालता है।
  • दांतों के प्राकृतिक रंग को खतम करता है दांतों को सेंसिटिव बनाता है, दातों में केविटी बनाता है और दांत दर्द का कारण बनता है।
  • बच्चों के मानसिक विकास में बाधा डालता है।
  • रोग प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करता है।
रिफाइंड तेल से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (9)

शीतल पेय / सॉफ्ट ड्रिंक(Cold Drink) रिपोर्ट

स्वास्थ्य पर प्रभाव - 3

  • JPC, CSE, CFL/CFTRI की रिपोर्ट के अध्ययन करने से पता चलता है कि लगभग सभी कोल्ड ड्रिंक की Ph वैल्यू 2.3 – 4 के बीच होती है जो कि टायलेट क्लीनर के लगभग बराबर है। साथ ही इसके निर्माण में पेस्टीसाइड जैसे DDT, मैलाथियान, लिन्डेन, क्लोरोपायरीफौस का उपयोग किया गया है।
  • सभी सॉफ्ट ड्रिंक शरीर में गैस्ट्रिक लेवल को बढ़ाते हैं और अपच की समस्या उत्पन्न करते हैं।
  • खून में यूरिक एसिड के लेवल को बढाता है जिससे Hyperuricemia नाम की बीमारी होती है।
  • कैंसर और अल्सर जैसी घटक बीमारियों का कारण बनता है।
  • सॉफ्ट ड्रिंक बोन मिनरल डेन्सिटी को कम करता है जिससे हड्डियाँ कमजोर होती हैं
रिफाइंड तेल से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (10)

शीतल पेय / कोल्ड ड्रिंक (Soft Drink) जहर हैं

सॉफ्ट ड्रिंक में निम्न जहरीले रसायन और कीटाणुनाशक हैं:-

  1. कार्बन डाई ऑक्साइड
  2. फॉस्फोरिक एसिड
  3. सोडियम ब्रोमाइड
  4. सल्फ्यूरिक एसिड
  5. सोडियम बैंजोयेट
  6. पोटेशियम सौरबेट
  7. सल्फर डाई ऑक्साइड
  8. साइट्रिक एसिड
  9. हाइड्रोलिक एनिसोल
  10. ब्यूटालेटेड हाइड्रोक्सानिसोल
  11. बीटा कैरोटीन
रिफाइंड तेल से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (10)

कोल्ड ड्रिंक (Soft Drink) का सबसे अच्छा उपयोग क्या है

निम्न कार्यों के लिए कोल्ड ड्रिंक सर्वोत्तम है-

टॉयलेट क्लीनर

फर्श क्लीनर

खेती में कीटनाशक के छिड़काव के लिए

रसोईघर में बर्तनों से दाग छुड़ाने में

लौह पार्टिकल से जंग/रस्ट छुड़ाने में

कपड़ों के भारी दाग छुड़ाने में

गौंद / गम के निशाँ हटाने में

✓ पेंट रिमूवल

दीवारों से दाग हटाने में

मुद्रा के सिक्कों में से भरी धुल हटाने में

रिफाइंड तेल से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (12)

Press Report:- दिल्ली स्थित CSE प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट क्या कहती है

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