गर्मियों में चने का सत्तू पिएं या दही की


1. चने का सत्तू (Sattu Drink)
फायदे:- प्रोटीन और फाइबर से भरपूर, जिससे पाचन अच्छा रहता है।
- शरीर को ठंडक देता है और लू से बचाता है।
- ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार (मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा)।
- एनर्जी बूस्टर, थकान दूर करता है।
- आयरन और कैल्शियम जैसे मिनरल्स से भरपूर।

2 - देशी प्रोटीन का खजाना है चने का सत्तू
किसके लिए बेस्ट?
वजन कम करने वालों, डायबिटीज के मरीजों और एनर्जी की कमी महसूस करने वालों के लिए।
सत्तू, विशेष रूप से चने का सत्तू, गर्मियों में एक सुपरफूड की तरह काम करता है। यह भुने हुए चनों से तैयार किया जाता है और इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व की मात्रा अधिक होती है।
सत्तू के फायदे
- शरीर को लंबे समय तक ठंडा रखता है
- एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है
- भूख कम करता है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है
- पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है
- डिहाइड्रेशन से बचाता है
कब पिएं: सुबह खाली पेट सत्तू पीना बहुत फायदेमंद होता है। चाहें तो
नमक, नींबू और भुना जीरा डालकर स्वाद और सेहत दोनों बढ़ा सकते
हैं।

- लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। चने का सत्तू बनाम दही की लस्सी: शरीर को ठंडक देने वाली कोई देसी ड्रिंक मिल जाए, तो हर किसी का दिन बन जाता है। ऐसे में हमारे देश में दो ट्रेडिशनल ड्रिंक्स सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं, पहला चने का सत्तू और दूसरा दही की लस्सी। ये दोनों ही आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित होते हैं और शरीर को अंदर से ठंडक देने में मदद करते हैं
- ‘बेस्ट बेस्ट’ ड्रिंक की, तो इन दोनों में सत्तू या लस्सी (गर्मियों में सत्तू बनाम लस्सी)? आइए जानते हैं इन दोनों के फायदे और आखिर ये भी कि आपकी सेहत और गरीबी के अनुसार कौन-सी शराब गर्मियों में सबसे ज्यादा हानिकारक है।

3 – पेट को ठंडक देती है दही की लस्सी
मीठी दही वाली लस्सी न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होती है बल्कि गर्मियों में पाचन सुधारने और शरीर को ठंडा रखने में भी मददगार होती है। इसमें कैल्शियम, प्रोबायोटिक्स और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है।
लस्सी के फायदे
- शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस बनाए
रखती है - पेट की गर्मी को शांत करती है
- पाचन शक्ति बढ़ाती है
- अच्छी नींद लाने में मदद करती है
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है
कब पिएं: दोपहर के खाने के बाद लस्सी लेना सबसे सही रहता है। इससे न
केवल खाना अच्छी तरह पचता है, बल्कि शरीर को ठंडक भी मिलती
है।

4 – सत्तू या लस्सी: कौन सी ड्रिंक है सबसे बेस्ट?
- • असल में दोनों ही ड्रिंक्स अपनी-अपनी जगह बेमिसाल हैं।
- • देर करते हैं, वजन नियंत्रण में रखना चाहते हैं या जल्दी थक जाते हैं, तो सत्तू आपके लिए 10…
- • पेट की गर्मी, पेट की गर्मी या डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो लस्सी आपके लिए बहुत बड़ी है।
- • आपने संकल्प लिया तो इन दोनों में अपनी-अपनी गर्माहट की सामग्री शामिल हो सकती है- बस एक साथ नहीं, बल्कि अलग-अलग भगवान

5- किसके लिए बेस्ट?
पेट की समस्याओं (जैसे गैस, कब्ज) वालों, हड्डियों को मजबूत बनाने वालों और प्रोटीन चाहने वालों के लिए।
6 – तुलना (Comparison):
पैरामीटर | चने का सत्तू | दही की लस्सी |
---|---|---|
प्रोटीन | अधिक (वेजिटेरियन प्रोटीन) | मध्यम (दही से प्रोटीन) |
पाचन | फाइबर से भरपूर | प्रोबायोटिक्स से भरपूर |
ब्लड शुगर | नियंत्रित करने में मददगार | थोड़ा शुगर हो सकता है (अगर मीठी लस्सी पी रहे हैं) |
ऊर्जा | तुरंत एनर्जी देता है | हल्की ऊर्जा देती है |
वजन घटाने | बेहतर (कम कैलोरी) | मध्यम (अगर बिना चीनी की हो) |
